कागज का हर एक टुकड़ा कई रूपों में दिखता है! कागज का हर एक टुकड़ा कई रूपों में दिखता है!
कोरे कागज़ का टुकड़ा हूँ चाहे जैसा देखना चाहो दिखता वैसा हूँ।। कोरे कागज़ का टुकड़ा हूँ चाहे जैसा देखना चाहो दिखता वैसा हूँ।।
दिल की कोठरी में बंद जज्बात, अब पन्नों पर उड़ा करते हैं। दिल की कोठरी में बंद जज्बात, अब पन्नों पर उड़ा करते हैं।
मृदु भावना की अनगिनत लहरें मन के सागर में उफनती भीगे सुर से भाव संवेदन मे स्वर लहरी के बन्द दरवाज़... मृदु भावना की अनगिनत लहरें मन के सागर में उफनती भीगे सुर से भाव संवेदन मे स्व...
एक महक उठती है आबो हवा में भीनी भीनी जब खयालों में तुम आन बसते हो एक महक उठती है आबो हवा में भीनी भीनी जब खयालों में तुम आन बसते हो
जब दुनिया शोर मचाती है मुझे शांति पसंद आती है और जब दुनिया शांत होती है मैं कागज़ पर लिखती रहती ह... जब दुनिया शोर मचाती है मुझे शांति पसंद आती है और जब दुनिया शांत होती है मैं क...